पाठ्यपुस्तक क्या हैं – What is Textbook in Hindi?

पाठ्यपुस्तक textbook का अर्थ हैं – पाठ्य+पुस्तक अर्थात पाठ से संबंधित जो पुस्तकें होती हैं उन्हें पाठ्यपुस्तक कहते हैं। यह अध्यापक का मार्गदर्शन करने का कार्य करती है और इसके द्वारा छात्रों में स्वाध्याय प्रणाली का विकास होता हैं। पाठ्यपुस्तक द्वारा किसी क्षेत्र विशेष की गतिविधियों को एकजुट कर पाना संभव हो पाता हैं। पाठ्यपुस्तक के द्वारा शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाने का कार्य किया जाता हैं।

शिक्षक अपनी पाठ-योजना के निर्माण से लेकर समस्त शिक्षण गतिविधियों का समापन पाठ्यपुस्तक के आधार पर ही करता हैं। तो आइए जानते है कि पाठ्यपुस्तक क्या हैं What is Textbook इसकी विशेषता और अच्छी पाठ्यपुस्तक का चयन कैसे करें?

पाठ्यपुस्तक Textbook –

इस प्रकार की पुस्तकों का निर्माण किसी विशेष कक्षा के छात्रों के लिए उनके पाठ्यक्रम के आधार पर किया जाता हैं। जैसे- C.B.S.E की पुस्तकों को हम Textbook कह सकते हैं क्योंकि पूरे देश मे चाहे कोई भी राज्य हो परंतु इसकी विषयवस्तु या पाठ्यक्रम एक समान ही होता हैं और इसके आधार पर ही पाठ्यपुस्तक का भी निर्माण किया जाता हैं।

शिक्षण-अधिगम की प्रक्रिया में पाठ्यपुस्तक अपनी अहम भूमिका निभाती है क्योंकि जैसी पाठ्यपुस्तक होगी वैसी ही अधिगम प्रक्रिया भी होगी। इसीलिए शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु यह आवश्यक है कि अच्छी पाठ्यपुस्तकों का निर्माण किया जाना सुनिश्चित किया जाए। इसमें प्रत्ययों को उचित उदाहरणों, चित्रों एवं ग्राफों द्वारा समझाया जाता हैं साथ में विषयवस्तु के साथ-साथ संदर्भ-सूची का भी निर्माण किया जाता हैं।

पाठ्यपुस्तक क्या हैं? What is Textbook पुस्तकों के निर्माण के समय छात्रो के स्तर एवं उनकी रुचियों का भी ध्यान रखा जाता हैं। ऐसी पुस्तकों को ही अच्छी पाठ्यपुस्तकों का स्थान दिया जाता हैं।

अच्छी पाठ्यपुस्तकों की विशेषता Specialty of good textbooks –

  पाठ्यपुस्तक Textbook क्या हैं?

● पाठ्यपुस्तकें दूसरों के अनुभवों से ज्ञान प्राप्त करने का एक उत्तम मार्ग हैं। इसके द्वारा शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाने का कार्य किया जाता हैं।

● इसके द्वारा बिना समय व्यर्थ किए छात्रों का अधिगम कार्य प्रारंभ कराया जाता हैं। इसमे छात्रों को शोध करने एवं दूसरे स्थान में जाकर अनुभव प्राप्त करने की आवश्यकता नही होती।

● अच्छी पाठ्यपुस्तकों में छात्रों के स्तर एवं उनकी रुचियों का ध्यान रखा जाता हैं और उचित उदाहरणों के साथ प्रत्ययों को स्पष्ट कराया जाता हैं।

● अच्छी पाठ्यपुस्तकों के लेखक ज्ञानवान और बुद्धिजीवी होते हैं। उनके पृष्ट में मजबूती के साथ उनके अक्षरों में स्पष्टता होती हैं।

● इस प्रकार की पुस्तकों का निर्माण समाज की आवश्यकताओं और विषयवस्तु के आधार पर ही किया जाता हैं। जिससे शिक्षा के उद्देश्यों की प्राप्ति संभव हो सकें।

अच्छी पाठ्यपुस्तकों की आवश्यकता –

अगर हम कहें शिक्षक से ज्यादा ज्ञान प्रदान करने का स्रोत पुस्तक हैं तो यह कहना गलत नही होगा। पुस्तक छात्रों में स्वाध्याय करने की प्रवर्ति का विकास करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती हैं। इसके द्वारा छात्र अपनी रुचि के अनुसार पढ़ सकते हैं। यह अध्यापकों का मार्गदर्शन करने का कार्य करती हैं और यह शिक्षकों के ज्ञान में वृद्धि करने का कार्य भी करती हैं। इसके द्वारा कठिन प्रत्ययों को आसानी एवं सरलता के साथ छात्रों को समझाया जाता हैं।

पाठ्यपुस्तक के माध्यम से शिक्षण-विधियों एवं प्रविधियों का निर्माण किया जाता हैं। इसके द्वारा शिक्षा के उद्देश्यों के चयन करने में भी आसानी होती हैं छात्रों को अध्ययन करने में आसानी होती हैं। इसके द्वारा वह जब चाहें, जहाँ चाहें अध्ययन करने में सक्षम होते हैं।

अच्छी पाठ्यपुस्तक के चयन हेतु किन-किन बातों को ध्यान में रखा जाना आवश्यक हैं?

1. पुस्तक का लेखक- अच्छी पुस्तक वह होती हैं जिस पुस्तक का लेखक ज्ञानवान हो अर्थात जिस विषय में उसने वह पुस्तक लिखी हैं उसको उस विषय का गहन ज्ञान होना अति आवश्यक हैं।

2. व्यापकता- जिस विषय एवं जिन स्तर के छात्रों हेतु उस पुस्तक का निर्माण किया जा रहा हैं उस विषय के सभी प्रकरणों का समावेश उस पुस्तक में उचित उदाहरणों के साथ होना चाहिए।

3. बाहरी एवं आंतरिक पृष्ठ- अच्छी पुस्तकों के निर्माण में आंतरिक और बाहरी पृष्ठ को साफ और स्वच्छ तरीके से निर्माण किया जाना चाहिए। पुस्तकों में लिखा गया एक-एक अक्षर वेध और विश्वसनीय होना चाहिए।

4. छात्रों के उपयोगिता अनुसार- पुस्तक छात्रों की रुचि एवं अभिरुचि के अनुसार होनी चाहिए अर्थात पुस्तक ऐसी हो जो छात्रों के सर्वांगीण विकास में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकें।

दोस्तों आज हमने इस पोस्ट के माध्यम से जाना कि पाठ्यपुस्तक का क्या हैं? What is Textbook, अच्छी पाठ्यपुस्तक की विशेषता और अच्छी पाठ्यपुस्तक का चयन कैसे किया जाए? आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आयी हो और आपको यह ज्ञानवर्धक लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी अवश्य सांझा करें और आपको अन्य किसी प्रकरण में जानकारी चाहिए हो तो हमें कमेंट करके बताए।

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नमस्कार दोस्तों मेरा नाम पंकज पालीवाल है, और मैं इस ब्लॉग का फाउंडर हूँ. मैंने एम.ए. राजनीति विज्ञान से किया हुआ है, एवं साथ मे बी.एड. भी किया है. अर्थात मुझे S.St. (Social Studies) से जुड़े तथ्यों का काफी ज्ञान है, और इस ज्ञान को पोस्ट के माध्य्म से आप लोगों के साथ साझा करना मुझे बहुत पसंद है. अगर आप S.St. से जुड़े प्रकरणों में रूचि रखते हैं, तो हमसे जुड़ने के लिए आप हमें सोशल मीडिया पर फॉलो कर सकते हैं।

6 COMMENTS

  1. MY dear sir.Pankaj paliwal sir Aap ka site par Padhna bhout accha lagta h, Mai MD Parwej Alam from Katihar bihar

  2. आप ने जो भी लिखा है वह बहुत सही है इस को पढ कर बहुत अच्छा लगा है

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