प्रस्तावना कौशल

प्रस्तावना कौशल Introduction Skill सूक्ष्म शिक्षण का प्रथम कौशल हैं जिसको शिक्षण प्रक्रिया में छात्राध्यापकों को शिक्षण हेतु तैयार करने के लिए सिखाया जाता हैं। प्रस्तावना कौशल में छात्रों में शुरुआती प्रश्न पूछने की प्रक्रिया के कौशलों का विकास किया जाता हैं। जिसमें उन्हें यह निर्देश दिया जाता हैं कि किसी भी प्रकरण की शुरुआत करने से पूर्व उस प्रकरण से संबंधित प्रश्न छात्रों से पूछे जाए जिनके उत्तर छात्र सरलता से दे सकें।

यह सभी प्रश्न छात्रों के पूर्वज्ञान से संबंधित होने अनिवार्य हैं वे तभी प्रश्नों के उत्तर सरलता से दे सकेंगे। दोस्तों आज हम पोस्ट के माध्यम से यह जनिंगे कि प्रस्तावना कौशल (Introduction Skill) क्या हैं? इसके प्रयोग में बरतने वाली सावधानियां?

प्रस्तावना कौशल (Introduction Skill) क्या हैं?

प्रस्तावना कौशल (Introduction Skill) क्या हैं?

प्रस्तावना कौशल शिक्षण प्रक्रिया की नींव हैं क्योंकि किसी भी प्रकरण की शुरुआत करने से पूर्व प्रस्तावना प्रश्नों की श्रेणियों का निर्माण किया जाता हैं जिसमें 3-4 प्रश्नों का चयन किया जाता हैं। प्रथम प्रश्न से जिस उत्तर की प्राप्ति होती हैं उसी के आधार पर दूसरे प्रश्न का निर्माण किया जाता हैं। जिससे छात्रों को समझने में सरलता हो सकें और वह सरलता से प्रश्नों के उत्तर दे सकें। छात्राध्यापकों में प्रस्तावना कौशल का विकास कर उनमें छात्रों को समझने की दक्षता का विकास किया जाता हैं।

शिक्षक को प्रश्न पूछते समय यह ध्यान देना चाहिए कि कक्षा अनुशासन में रहें अर्थात जब प्रश्न पूछा जाए तो छात्र पूरे वाक्य में उत्तर दें और उत्तर देने से पूर्व जिन छात्रों को उस प्रश्न का उत्तर पता हैं वह अपना हाथ ऊपर उठाएं अगर सभी छात्र उत्तेजित होकर उत्तर देने लग गए तो ऐसे में कक्षा में अनुशासनहीनता का वातावरण विद्यमान हो जाएगा। जिससे शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया प्रभावित होने की आशंका बढ़ जाती हैं।

उत्तर देने के अंत में छात्रों के मनोबल में वृद्धि करने हेतु उन्हें कुछ अच्छे शब्द बोलने चाहिए जिससे वह प्रेरित हो जैसे – अच्छा, शाबास आदि। प्रस्तावना प्रश्नों का निर्माण बड़ी सावधानी से किया जाना चाहिए। प्रस्तावना प्रश्न का उद्देश्य छात्रों को पढ़ाये जाने वाले प्रकरण तक लाना होता हैं जिससे पढ़ाये जाने वाले प्रकरण से संबंधित कुछ बाते छात्रों को स्मरण कराई जा सकें। जिसको जानकर छात्र रुचि के साथ उस प्रकरण की शुरुआत कर सकें। प्रस्तावना कौशल (Introduction Skill) के अंतर्गत इन सभी बातों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।

प्रस्तावना कौशल (Introduction Skill) के उपयोग में क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए –

1. प्रस्तावना प्रश्न छात्रों के पूर्वज्ञान से संबंधित होने चाहिए अर्थात प्रकरण शुरू करने से पहले ही छात्रों के मन मे दुविधा व्याप्त होने लग जाएगी। जिससे वह उस प्रकरण को समझने में रुचि नही लिंगे।

2. प्रस्तावना प्रश्नों में क्रमबद्धता होनी चाहिए। प्रत्येक प्रश्नों से उत्त्पन्न उत्तर के आधार पर ही अगले प्रश्न का निर्माण किया जाना चाहिए अर्थात प्रश्नों का निर्माण Z फॉर्म में किया जाना ही उचित होगा।

3. प्रश्न पूछने की गति में स्थिरता होनी चाहिए छात्रों को उत्तर देने में ज्यादा समय नही लगना चाहिए और प्रश्नों के उत्तर हाँ और ना में नहीं होने चाहिए।

4. प्रस्तावना प्रश्नों की भाषा सरल और स्पष्ट होनी चाहिए। जिससे छात्र प्रश्नों को आसानी से समझकर उसके उत्तर दे सकें।

5. प्रश्नों के प्रवाह के समय शिक्षण सहायक सामग्री का भी उचित प्रयोग किया जाना चाहिए। जिससे छात्र उसमें रुचि ले सकें और प्रश्नों की संख्या 3-4 होनी चाहिए।

6. प्रश्न पूछ लेने के पश्चात उद्देश्य कथन छात्रों में जिज्ञासा पैदा करने वाला होना चाहिए। जिससे प्रकरण को जानने और समझने में उनमें उत्सुकता बढ़ सकें।

7. प्रश्न व्याकरण की दृष्टि से शुद्ध होने चाहिए और प्रश्न के प्रवाह के समय शिक्षक को उत्साह का भाव अभिव्यक्त करना चाहिए।

8. प्रश्नों का प्रवाह उचित गति के साथ होना चाहिए शिक्षक को अपनी आवाज ऊची और स्पष्ट रखनी चाहिए। जिससे पीछे बैठे छात्र भी आसानी और स्पष्टता के साथ सुन सकें।

दोस्तों आज आपने इस लेख के माध्यम से जाना कि प्रस्तावना कौशल (Introduction Skill) क्या हैं एवं इसके प्रयोग में कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए? आपको हमारा लेख ज्ञानवर्धक लगा हो और आपको इसे पढ़ने के पश्चात लाभ प्राप्त हुआ हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें और अपने अमूल्य सुझाव देने हेतु हमें संदेश बॉक्स से संदेश भेजें।

संबंधित पोस्ट- श्यामपट्ट कौशल (Blackboard Skill) क्या हैं?

16 thoughts on “प्रस्तावना कौशल”

    1. नहीं शालिनी, लेकिन आपको किसी प्रकरण से सम्बंधित जानकारी चाहिए हो तो हम आपको वह प्रदान करवा सकते है, आप हमसे g.mail के माध्यम से या सोशल मिडिया के माध्यम से जुड़ सकते हे।

    1. आप हमे प्रकरण का नाम बता सकते हैं। जिससे हम आपको उससे सम्बंधित समस्त जानकारी उपलब्ध करा सकें।

  1. जितेंद्र कुमार गहलोद

    Sir मुझे रानी उमादे फाइनल लेसन के लिए प्रकरण मिला हैं
    कृपया प्रस्तावना प्रश्न मे मेरी सहायता कीजिए

  2. शिक्षा के सहायक प्रणाली शिक्षा के सहायक प्रणाली गैरोंचारिक शिक्षा के संबंधित

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *