गुणवत्तापूर्ण शिक्षा क्या हैं-What is Quality Education in Hindi

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा क्या हैं-What is Quality Education in Hindi

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (Quality Education) आधुनिक समाज की मांग हैं और चाहे कोई भी क्षेत्र हो गुणवत्ता की मांग हर जगह होती हैं। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से आशय शिक्षा में गुणों का विकास करना या गुणों का समावेश करना हैं जिससे छात्रों एवं शिक्षा के उद्देश्यों की प्राप्ति भली-भांति हो सकें।

जब किसी कार्य में उस कार्य से सम्बंधित सभी गुणों का (व्यावहारिक एवं सैद्धान्तिक) समावेश होता हैं तो उसे उस कार्य की गुणवत्ता के रूप में देखा व समझा जाता हैं और यही पहलू शिक्षा में भी होता हैं। हम शिक्षा में गुणवत्ता की बात जब करते हैं तो हम ऐसी शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण मानेंगें जो छात्रों को उस शिक्षा का लाभ पहुचाए।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (Quality Education) क्या हैं?

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (Quality Education) किसे कहते हैं?

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से आशय ऐसी शिक्षा से हैं जो अपने निर्माण के उद्देश्यों के भली-भांति निर्वहन करें। अगर हम आधुनिक युग की बात करें तो किसी भी देश की शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण कहना गलत होगा। वर्तमान की शिक्षा अपने उद्देश्यों की प्राप्ति करने में असफल रही हैं। गुणवत्तापूर्ण (Quality Education) शिक्षा में प्रायः उसी शिक्षा का समावेश होता हैं। जो शिक्षा शिक्षण-अधिगम में छात्रों की रुचि एवं क्षमताओं को समझे एवं समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति करें और छात्रों को जीविकोपार्जन योग्य बनाये। भारत की बात हम करें तो भारत मे आपको कई ऐसे पढ़े-लिखें मिल जाएंगे जो शिक्षा प्राप्ति के बाद भी बेरोजगार हैं। औसतन देखा जाए तो शिक्षित लोग ही बेरोजगार हैं और ये हमारी शिक्षा व्यवस्था के लिए शर्म की बात हैं।

1993 में हुए यूनेस्को (UNESCO) सम्मेलन में शिक्षण-अधिगम के 4 उद्देश्य निर्धारित किये गए जो इस प्रकार हैं-

#बनना सीखना (Learning to Be) – अर्थात व्यक्तियों के व्यक्तित्व का निर्माण करना,उनके सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक,सांस्कृतिक गुणों का विकास करना। छात्रों को इस तरह तैयार करना कि वह देश काल परिस्थितियों के अनुसार समाज के साथ समन्वय स्थापित कर सकें। छात्र अपने सामाजिक कर्त्तव्यों का भली-भांति निर्वहन कर सकें।

#करना सीखना (Learning to Do) – यूनेस्को के अनुसार शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ छात्रों का ज्ञानात्मक विकास करना नहीं बल्कि छात्रों के क्रियात्मक विकास पर भी बल देना हैं। यह छात्रों को करके सीखने को स्थायी शिक्षा मानते हैं और वही शिक्षा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (Quality Education) मानी जाती हैं जो स्थायी हो और जिसका प्रयोग छात्र जरूरत पड़ने पर कर सकें।

#जानना सीखना (Learning to Know) – इसका अर्थ हैं ज्ञान को जानना अर्थात जो ज्ञान छात्र प्राप्त करते हैं उन्हें उस ज्ञान के बारे में पता होना चाहिए कि उसका उपयोग कब और कैसे करना हैं। यह सच भी हैं किसी शिक्षा को हम गुणवत्तापूर्ण तभी कह सकते हैं जब वह शिक्षा छात्र को कुछ भी जानने में उसका सहयोग करें।

#एक साथ रहना सीखना (Learning to Live Together) – हम उसी शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के सकते हैं जो शिक्षा व्यक्तियों को समाज में एक साथ रहना सिखाती हैं। जो शिक्षा समाज के समस्त कार्यों में सहयोग कर रहना सिखाती हो उसी शिक्षा को गुनवत्तापरख शिक्षा (Quality Education) कहा जा सकता हैं।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (Quality Education) के निर्धारक तत्व

पाठ्यक्रम (Curriculum)

पाठ्यक्रम शिक्षा में गुणवत्ता लाने का प्रमुख कारक माना जाता हैं समस्त विद्यालय एवं शिक्षा का संचालन पाठ्यक्रम द्वारा ही होता हैं। इसीलिए शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि करने के लिए जरूरी हैं कि पाठ्यक्रम का निर्माण छात्रों के स्तर के अनुसार एवं समाज की आवश्यकताओं के अनुसार किया जाए।

यह भी जाने- सह-पाठ्यक्रम गतिविधियां क्या हैं?

पर्यावरण (Environment)

शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए जरूरी हैं कि शिक्षा के उद्देश्यों के निर्माण भौतिक , सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक पर्यावरण के आधार पर किया जाए। सीखने के लिए उचित पर्यावरण का होना बहुत आवश्यक हैं और उसके लिए छात्रों के आस-पास का वातावरण अधिगम एवं शिक्षा के लिए अनुकूल बनाने अति आवश्यक हैं।

शिक्षक (Teacher)

शिक्षक समाज के नागरिकों को तैयार करता हैं इन सभी शिक्षा के क्रियान्वयन का उत्तरदायित्व एक शिक्षक का होता हैं। शिक्षक की भूमिका शिक्षा में सबसे अहम मानी जाती हैं क्योंकि एक शिक्षक ही होता हैं जो ज्ञान को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में स्तानन्तरण करता हैं। शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि करने का कार्य एक शिक्षक ही कर सकता हैं।

छात्र (Students)

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (Quality Education) का विकास तभी सम्भव हैं जब छात्रों के व्यक्तित्व में भी गुणवत्ता का समावेश हो। छात्रों में अगर सीखने की जिज्ञासा हो एवं उनका चरित्र अध्ययनशील हो तो शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होने निश्चित हैं।

निष्कर्ष

दोस्तों, शिक्षा के प्रमुख उद्देश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास करना होता हैं और यह तभी संभव हैं जब छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (Quality Education in Hindi) प्रदान की जाए। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा वह नहीं जो सिर्फ ज्ञान पर आधारित हो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तो वो हैं जो व्यावहारिक हो। जो छात्रों को समाज मे संघर्ष करने योग्य बना सकें। तो दोस्तों मुझे लगता हैं कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको पता चल गया होगा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा क्या हैं? हमारी पोस्ट के माध्यम से आपको लाभ हुआ हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें ताकि वह भी इसे ज्ञान प्राप्त कर सकें। अपने इस पोस्ट के लिए सकारात्मक एवं नकारात्मक सुझावों के लिए हमें संदेश बॉक्स से संदेश भेजें ताकि हम अपने पोस्ट में सुधार कर सकें।

संबंधित पोस्ट – समावेशी शिक्षा क्या हैं?

17 Comments

  1. Soni

    Very nice discussion. It’s helpful to understand the education.

    • धन्यवाद सोनी, आप लोगों के ऐसे विचार हमें और अच्छा लिखने को प्रेरित करते है।

      • Ramchandra Soren

        मैं रामचन्द्र सोरेन b.ed. का विद्यार्थी हूँ कई सारे टॉपिक का नेट से ही सर्च करता हूँ क्या आप मेरा हेल्प कर सकते हैं।
        मेरा व्हाट्सएप्प नंबर 8271279992 है।
        धन्यवाद

  2. आपने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बारे में बड़े ही सरल शब्दों में बताया है और इसके उद्देश्यों एवं प्रमुख निएधारक तत्त्वों को भी स्पष्ट किया है |इसके लिए आप धन्यवाद के पात्र हैं |

  3. Manik chalak

    Pankaj sir
    Aapka har ak post mujhe bahut achha laga or mera har problem solve ho gaya .
    Aap isi tarah new new post kijiye .

    Bahut bahut shukriya
    Pankaj sir

    • हमें यह जानकर बहुत अच्छा लगा की हमारे द्वारा लिखी पोस्ट आपके लिए लाभदायक सिद्ध हो रही है।

  4. Nikita dabi

    B.Ed curriculum had been done for two years through two years program a quality teachers is improved?describe logically?
    plz share the answer in Hindi…
    Immediately

  5. Rishav Kumar

    बहुत बढ़िया सर ।बिल्कुल आसान भाषा में आपने उत्तर दिया है।जिससे पढ़ने और समझने में कभी मदद मिली।

  6. Kiran Sharma

    नमस्कार पंकज जी, मेरा नाम किरन शर्मा है। मैं हिंदी की अध्यापिका हूँ। आपकी पोस्ट में आपने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के बारे में बड़े ही स्पष्ट और आसान शब्दों में बताया है। जिसे पढ़कर और समझकर बहुत अच्छा लगा। हिंदी विषय संबंधी अन्य सामग्री भी सांझा करेंगे तो शायद हमें थोड़ी और मदद मिलेगी।
    धन्यवाद !

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *