कर्मचारी चयन आयोग Staff Selection Commission (SSC) जिसकी स्थापना 4 नवंबर 1975 को भारतीय सरकार द्वारा की गई थी। इस आयोग की स्थापना के पीछे उद्देश्य था कि सरकारी दफ्तरों हेतु उचित एवं योग्य कुशल अधिकारियों एवं कर्मचारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया को क्रमबद्ध एवं अनुशासित रूप से सम्पन्न कराना।
कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) SSC ग्रुप (बी) और ग्रुप (सी) की परीक्षाओं का आयोजन करवाता हैं। यह परीक्षा तिथि एवं परीक्षा का पैटर्न व पाठ्यक्रम निर्धारित करता हैं। इसकी इन समस्त परीक्षाओं में लाखों छात्र आवेदन करते हैं। इस आयोग के द्वारा CGL, CHSL, SSC Multitasking, Junior Engineer जैसी कई परीक्षाओं का आयोजन करवाया जाता हैं।
आज हम इस पोस्ट के माध्यम से सम्पूर्ण रूप से SSC के संबंध में विस्तार से जनिंगे। SSC की स्थापना से लेकर इसके इतिहास एवं इसके द्वारा सम्पन्न होने वाली विभिन्न परीक्षाओं व कार्यो के संदर्भ मे जनिंगे।
कर्मचारी चयन आयोग की स्थापना एवं इतिहास (Establishment and History of Staff Selection Commission, ssc)
जैसा कि हमारे द्वारा आपको उपर बताया गया है कि इस आयोग की स्थापना 1975 को की गई थी और इसका कार्य योग्य एवं कुशल छात्र का चयन कर उन्हें उचित उत्तरदायित्व एवं पद प्रदान करना हैं। जिससे राष्ट्र के विकास मे उनकी कुशलता को उपयोग मे लाया जा सकें।
इस आयोग की स्थापना के पीछे संसद की एक समिति का परामर्श था। जिसने अपनी 47 वी रिपोर्ट में ऐसे आयोग की स्थापना की सिफारिश की थी जो कुशल व्यक्तियों का चयन करने मे सक्षम हो। प्रारम्भ मे ऐसा कोई आयोग नही था जो कुशल और अनुशासित रूप से योग्य अधिकारियों एवं परीक्षाओं का क्रियान्वयन करा सकें।
भारत एक विशाल देश है जिसमें युवाओं की संख्या सबसे अधिक हैं। इसलिए इतने अधिक संख्याओं की परीक्षाओं की योजना बनाने एवं उसे क्रियान्वयन करवाने हेतु एक विशाल आयोग की स्थापना करना अनिवार्य था। जिस कारण 4 नवंबर 1975 को कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की स्थापना की गई।
कर्मचारी चयन आयोग की संरचना (Structure of Staff Selection Commission, SSC)
इस आयोग का मुख्य कार्यालय दिल्ली में स्थापित किया गया हैं। इसके अंतर्गत एक अध्यक्ष होता है। जिसके नीचे दो सदस्य होते है, इसके अतिरिक्त इस आयोग मे निर्देशक, उप-सचिव दो संयुक्त निर्देशक, बजट निर्धारक अधिकारी तथा 150 से 200 के मध्य अन्य सहायक कर्मचारी कार्य करते है।
यह एक मुख्य आयोग है। जिसके अंतर्गत सदस्यों की संख्या भी अधिक मात्रा मे होती हैं। क्योंकि इसके कार्यो का क्षेत्र काफी बड़ा हैं जिसको नियंत्रण में रखने एवं कार्यो मे सरलता और स्पष्टता लाने हेतु कर्मचारियों एवं अधिकारियों की संख्या अधिक होना अनिवार्य हैं।
इसके अंतर्गत होने वाली समस्त परीक्षाओं को अंतिम मुहर या मंजूरी इसके अध्यक्ष द्वारा ही दी जाती है। इस आयोग की अपनी एक वेबसाइट ssc.nic.in है, जिसकी सहायता से छात्र विज्ञप्ति की सूचना प्राप्त कर अपनी-अपनी योग्यता अनुसार नौकरियों हेतु आवेदन करते हैं और साथ ही इसमें पूर्व मे हुई परीक्षाओं के प्रश्न-पत्र भी उप्लब्ध करवाये जाते हैं।
इसके अंतर्गत उन्हें सर्वप्रथम one time registration (OTR) करना होता हैं। जिसके पश्चात वह आसानी से एवं कम समय मे अनेक पोस्ट हेतु आवेदन कर सकते हैं। यह एक उत्तम मार्ग है जो इतनी बड़ी संख्या मे छात्रों को उचित साधन प्रदान करती हैं। जिससे वह आसानी से स्वयं सरलता से आवेदन कर सकते हैं।
कर्मचारी चयन आयोग के कार्य (Functions of Staff Selection Commission ssc)
1. इस आयोग का मुख्य कार्य भारत सरकार के अधीन मंत्रालयों एवं कार्यालयों में रिक्त स्थान पदों पर नियुक्ति करवाना।
2. यह SSC परीक्षाओं के पैटर्न,पाठ्यक्रम एवं प्रक्रिया को निर्धारण एवं सुनिश्चित करता हैं।
3. यह आयोग ग्रुप बी और ग्रुप सी के पदों की परीक्षाओं की प्रक्रिया का क्रियान्वयन करता हैं एवं समय-समय पर अपनी वेबसाइट में उपयुक्त नौकरियों की विज्ञप्ति जारी करता हैं।
4. इस आयोग के द्वारा महालेखाकार एवं अन्य पदों पर नियुक्ति के अवसर प्रदान करें जाते हैं।
5. यह भारत सरकार से जुड़े रिक्त पदों हेतु विज्ञप्ति निकलता है एवं कुशल एवं योग्य व्यक्ति का चयन कर उसे उत्तरदायित्व प्रदान करता है।
SSC द्वारा प्रस्तावित परीक्षाएं
कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा ग्रुप बी और ग्रुप सी के पदों पर नियुक्ति की जाती है। एसएससी द्वारा निम्न परीक्षाओं का आयोजन प्रत्येक वर्ष करवाया जाता हैं-
● सी.जी.एल (CGL)
● सी.एच.एस.एल (CHSL)
● जूनियर इंजीनियर (Junior Engineer JE)
● जी.डी कॉन्स्टेबल (G D Constable)
● मल्टीटास्किंग स्टाफ ( Multitasking Staff)
● आशुलिपिक (Stenographer)
● केंद्रीय पुलिस संगठन (Central Police Organization)
● रेल मंत्रालय संबंधित व्यवसाय (Ministry of Railway Related Vacancy)
● अध्यापक संबंधित व्यवसाय (Teachers Related Post)
● कनिष्ठ हिंदी अनुवादक (Junior Hindi Translators)
एस.एस.सी परीक्षा पैटर्न (SSC Exam Pattern)
कर्मचारी चयन आयोग (SSC) राष्ट्र की परिस्थिति एवं परीक्षाओं की उपयोगिताओं के अनुसार परीक्षाओं का क्रियांवयन करवाता हैं। इसके प्रश्नों का प्रकार वस्तुनिष्ठ अर्थात विकल्पीय होता हैं। जिसमे छात्रों को प्रत्येक प्रश्न हेतु 4 विकल्प दिए जाते हैं। यह Offline एवं Online Exam दोनों रूपों में सम्पन्न कराता हैं। offline परीक्षाओं में हमें यह एक OMR Sheet उपलब्ध कराता है।
जिसमें प्रश्न हेतु उचित उत्तर का चयन कर उसमें गोल घेरे को भरना होता हैं और इसकी ऑनलाइन परीक्षाओं में सम्पूर्ण कार्य कंप्यूटर के माध्यम से सम्पन्न कराया जाता हैं। इसमें पूछे गए प्रश्नों की संख्या निश्चित नही होती अर्थात रिक्त पदों की आवश्यकता अनुसार इसकी प्रश्न की संख्या भी परिवर्तित होते रहती हैं।सामान्य रूप में इसके प्रश्नों की संख्या कभी 100 तो कभी 150 रहती हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
कर्मचारी चयन आयोग ssc जो निष्पक्ष एवं अनुशासित रूप से परीक्षाओं का आयोजन करवाती है। यह आयोग समय-समय पर विभिन्न पदों हेतु विज्ञप्ति जाती करता हैं। जिसके द्वारा रिक्त पदों हेतु योग्य एवं कुशल व्यक्ति का उत्तम तरीके से चयन किया जाता हैं। इसकी प्रक्रिया वर्तमान समान की आवश्यकता अनुसार हैं, क्योंकि यह राष्ट्र की परिस्थितियों के अनुसार परीक्षाओं का आयोजन करवाने मे सक्षम हैं।
तो दोस्तों आज आपने जाना कि कर्मचारी चयन आयोग क्या हैं? (Staff Selection Commission, ssc in Hindi) अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अन्य छात्रों के साथ अवश्य शेयर करें।