आपराधिक मनोविज्ञान (Criminal Psychology), Child Psychology की तरह ही मनोविज्ञान की एक शाखा हैं। सामान्यतः आपराधिक मनोविज्ञान में अपराध करने वाले व्यक्तियों के स्वभाव और मानसिक स्तर का अध्ययन मनोवैज्ञानिक सिद्धांतो के आधार पर किया जाता हैं। इसमें छात्रों को यह मनुष्य की प्रवत्ति एवं उसकी इच्छाओं के तथ्यों का मनोवैज्ञानिक ज्ञान करवाया जाता हैं।
मनोविज्ञान की सहायता से व्यक्ति के मन को समझने में सहायता प्रदान होती हैं, जिससे उनके अपराध करने के पीछे के कारणों का पता आसानी से लगाया जा सकता हैं। अपराधियों पर किया जाने वाला Narco Test भी एक मनोवैज्ञानिक परीक्षण हैं जिसमें व्यक्ति के मन मे छिपे विचारों को बाहर लाया जाता हैं। जिसके माध्यम से सुरक्षा एजेंसियां अपराधियों से सच का पता लगाने का कार्य करती हैं।
आज हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से सरल शब्दों में समझाएंगे की आपराधिक मनोविज्ञान क्या हैं और इसका उपयोग किस पर किया जाता हैं। इसके साथ हम आपराधिक मनोविज्ञान की विशेषताओं को भी जानेंगे। जिससे आप इसके अर्थ को आसानी से समझ सकें। तो चलिए जानते हैं कि आपराधिक मनोविज्ञान क्या हैं? Criminal Psychology in Hindi
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आपराधिक मनोविज्ञान क्या हैं? – Criminal Psychology in Hindi
जैसा कि हमने आपको बताया आपराधिक मनोविज्ञान, Psychology की ही एक शाखा हैं। जिसके अंतर्गत मनोवैज्ञानिक सिद्धांतो का उपयोग अपराधियों की मानसिक स्थिति और अपराध करने के पीछे के उद्देश्यों को जानने के लिए किया जाता है। सरल शब्दों में कहें तो इसमें अपराधियों के व्यवहार और विचारों का अध्ययन मनोवैज्ञानिक सिद्धांतो के आधार पर किया जाता हैं।
यह किसी अपराध को समझने और उसका आकलन करने में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का कार्य करती है। इसकी सहायता से किसी अपराध को आसानी से सुलझाया जा सकता हैं। यह मनोविज्ञान की एक आधुनिक शाखा में से एक हैं। जो अपराधियों के आंतरिक विचारों को बाहर निकालने का कार्य करती हैं।
यह एक ऐसा मनोविज्ञान हैं जो अपराध के पीछे छिपे कारणों का पता लगाने के साथ-साथ अपराध करने की मनोदशा को समझने एवं अध्ययन करने का भी कार्य करता हैं। यह अपराधियो को उनके सही अंजाम में पहुचाने का कार्य करती हैं। सामान्य शब्दों में कहे तो आपराधिक मनोविज्ञान एक तकनीक हैं जिसकी सहायता से अपराध करने वाले व्यक्ति के मस्तिष्क को पढ़ा और समझा जा सकता हैं।
यदि आप मनोविज्ञान के छात्र हैं तो आपको भी Criminal Psychology के बारे में जानकारी होना अत्यंत आवश्यक हैं। इसकी सहायता से आप अपराध होने पर अपराधी का चयन सरलता से कर सकते हैं। यह व्यक्ति में आपराधिक मामलों को सुलझाने संबंधित अनुभव प्रदान करने का भी कार्य करती हैं। इसकी प्रयोगशाला में किसी अपराधी का अध्ययन मनोवैज्ञानिक सिद्धांतो की सहायता से किया जा सकता हैं।
आपराधिक मनोविज्ञान की विशेषता – Characteristics of Criminal Psychology
आपराधिक मनोविज्ञान की विशेषताओं को निम्न बिंदुओं के आधार पर समझा जा सकता हैं। जो इस प्रकार हैं –
● आपराधिक मनोविज्ञान में अपराधियों के व्यवहार और विचारों का अध्ययन किया जाता हैं।
● यह मनोविज्ञान की आधुनिक शाखा हैं।
● इसके अंतर्गत अपराधियों के आंतरिक विचारों को बाहर लाने का कार्य किया जाता हैं।
● यह किसी अपराध को समझने और उसका आकलन करने हेतु अत्यंत उपयोगी होती हैं।
● इसकी सहायता से अपराध में अंकुश लगाने का कार्य भी किया जा सकता हैं।
● अपराधी को ढूंढने और उसे सजा दिलाने की प्रकिया में भी आपराधिक मनोविज्ञान की अहम भूमिका होती हैं।
आपराधिक मनोविज्ञान का उपयोग – Uses of Criminal Psychology
सामान्यतः आपराधिक मनोविज्ञान का उपयोग एक अपराधी पर किया जाता हैं। जिससे उस व्यक्ति के अपराध करने के पीछे निहित उद्देश्यों और कारणों का पता लगाया जाता हैं। आपराधिक मनोविज्ञान, मनोविज्ञान का ही एक भाग हैं जिस कारण Psychology के छात्रों को भी इस मनोविज्ञान का अध्ययन करवाया जाता हैं।
सुरक्षा एजेंसियों में काम कर रहें अधिकारियों को भी समय-समय पर आपराधिक मनोविज्ञान की शिक्षा प्रदान की जाती हैं। जिससे उन्हें अपराधियो को समझने और उन्हें पकड़ने में सहायता प्राप्त हो सकें। इसका उपयोग अपराधियों के विचारों को समझने और उन्हें आंतरिक विचारों को बाहर निकालने के लिए भी किया जाता हैं। जिससे सच का पता लगाया जा सकें।
आपराधिक मनोविज्ञान का लाभ – Benifit of Criminal Psychology
इस मनोविज्ञान के अध्ययन से अपराधी को उसके अपराध की उचित सजा दी जा सकती हैं। यह समाज मे अपराध को कम करने और अपराध करने की भावना में कटौती करने का कार्य भी कर सकती हैं। आपराधिक मनोविज्ञान, अपराध करने के पीछे की भावना को प्रकट करने का कार्य करता हैं। जिससे किसी व्यक्ति को न्याय मिलने या दिलाने में भी सहायता मिलती हैं।
सामान्य शब्दों में कहे तो आपराधिक मनोविज्ञान, मनोविज्ञान के सिद्धांतों का समर्थन करता हैं। जिससे अपराध करने वाले व्यक्ति में अपराध पकड़े जाने का डर अकसर रहता हैं। जिससे अपराध के मामलों में कमी लायी जा सकती हैं। इसकी सहायता से उचित न्याय करने वाले अधिकारियों और जुर्म का खुलासा करने वाले उचित व्यक्तियों का निर्माण किया जा सकता हैं। जिससे समाज मे न्याय व्यवस्था उचित रूप से कायम की जा सकें।
संक्षेप में – Conclusion
आपराधिक मनोविज्ञान, मनोविज्ञान की ही एक शाखा हैं जिसने अपराधियों के मन या मस्तिष्क के विचारों का अध्ययन किया जाता हैं। इसके साथ ही इसमें अपराधियों के अपराध करने के पीछे के उद्देश्यों का भी पता लगाने का कार्य इसी के अंतर्गत किया जाता हैं। इसके द्वारा अपराध करने वाले कि भावनाओं का पता आसानी से लगाया जा सकता हैं।
तो दोस्तों आज आपने हमारी इस पोस्ट के माध्यम से जाना की आपराधिक मनोविज्ञान क्या हैं और इसकी विशेषता (Criminal Psychology in Hindi) हम आशा करते हैं कि आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो। अपने विचारों को प्रकट करने एवं अपने प्रश्नों का उत्तर जानने के लिए कमेंट बॉक्स का उपयोग अवश्य करें।
Thanks sir ji aapke wajah se hume study me bahut help hua hai Thank you so much sir
Zulekha hume ye janke ati prasannta huyii.