बीए कोर्स BA Course (Bachelor of Arts) तीन वर्षीय कार्यक्रम है, जिसके अंतर्गत छः सेमेस्टर आयोजित किए जाते हैं। यह कार्यक्रम विश्वविद्यालयों एवं मान्यता प्राप्त इंस्टिट्यूट में चलाया जाता हैं। यह उन छात्रों के लिए अत्यधिक उपयोगी होता हैं, जो छात्र सामाजिक विषयों में रुचि रखते हैं जैसे -समाजशास्त्र ,राजनीतिशास्त्र,इतिहास,अर्थशास्त्र आदि।
बीए कोर्स उन छात्रों के लिए अधिक उपयोगी होता हैं। जिनके इंटरमीडिएट में कलात्मक विषय (राजनीति,अर्थशास्त्र,इतिहास आदि) होते हैं। हालांकि विज्ञान वाले छात्र भी चाहें तो यह कोर्स कर सकते हैं। तो दोस्तों आज हम बीए कोर्स BA Course से संबंधित समस्त जानकारी का अध्ययन कारिंगे।
बीए कोर्स BA Course क्या हैं?
बीए कोर्स (Bachelor of Arts BA) उच्च शिक्षा प्राप्त करने का प्रथम चरण हैं। इसमें प्रायः उन छात्रों की रुचि होती है। जो सामाजिक शिक्षा को प्राप्त करने में अपनी रुचि लेते हैं। इस कोर्स को करने के पश्चात हम अध्यापक,वकील अर्थात सामाजिक पदों हेतु योग्य बन जाते हैं।
प्रायः छात्र बीए में हिस्सा लेकर विषयों को सरलता से लेते हैं। जिससे अंत में उनकी प्रतिशत कम रह जाती हैं। जिससे भविष्य में उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। अतः इस बात का ध्यान रखें कि कम से कम 50 प्रतिशत से ऊपर लाने का प्रयास करें। जिससे आपको स्नातकोत्तर (Post Graduation) करने में किसी समस्या का सामना न करना पड़े।
बीए कोर्स की फीस | BA Course Fees Details
अगर आप किसी सरकारी विद्यालय से बीए कोर्स करना चाहते हैं तो आपका कुल खर्चा लगभग 9000 से 10000 के मध्य होगा। इसके अलावा प्रक्टिकल विषयो का खर्चा लगभग 500 के मध्य होता हैं। इसके अलावा Examination Fees अलग से होती हैं। जो सेमेस्टर के अनुरूप अलग-अलग होती हैं। यह 300 से 600 के मध्य होती हैं।
अगर आप किसी प्राइवेट विद्यालय या फिर किसी इंस्टिट्यूट से बीए कोर्स करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए 25000 से 35000 तक का खर्चा करना पड़ सकता हैं।
बीए कोर्स के विषय | BA Course Subject Details
इस कोर्स के अंतर्गत जहाँ सेमेस्टर प्रणाली होती हैं वहाँ प्रथम सेमेस्टर में 4 विषय होते हैं। जिसमें हिंदी या अंग्रेजी में से आपको एक विषय का चयन करना पड़ता हैं और बाकी के तीन विषय अपनी रुचि अनुसार ले सकते हैं। परंतु आपको विषय चुनने से पूर्व Subject Combination का ध्यान रखना अति आवश्यक होता हैं, अन्यथा भविष्य में आपको समस्या का सामना करना पड़ सकता हैं। जैसे – राजनीति के साथ इतिहास या सामाजिक विज्ञान के साथ अर्थशास्त्र का कॉम्बिनेशन।
विषयों के उदाहरण –
● हिंदी साहित्य या अंग्रेजी साहित्य।
● हिंदी भाषा या अंग्रेजी भाषा।
● इतिहास या समाजशास्त्र।
● राजनीति या अर्थशास्त्र।
प्रथम सेमेस्टर में आपके चार विषय होते हैं एवं दृतिय सेमेस्टर में भाषा हट जाती हैं और सिर्फ 3 विषय रह जाते हैं। प्रत्येक विषय के दो उप-विषय होते हैं अर्थात प्रत्येक विषय की दो पुस्तकें होती हैं और दो परीक्षाएं। जैसे प्रथम सेमेस्टर में चार विषय होते हैं तो 8 विषयों की परीक्षाएं होती हैं।
बीए कोर्स करने के फायदे | Benefits of BA Course
वर्तमान में सभी प्रतियोगिता परीक्षाओं में सामाजिक विषयों से संबंधित प्रश्न अधिक पूछे जाते हैं। बीए कोर्स होने पर हमें सामाजिक विषयों से संबंधित अधिक ज्ञान होने लगता हैं। सामाजिक कार्यों के प्रति जागरूकता बढ़ती हैं एवं हमें ग्रेजुएशन डिग्री प्राप्त होती है। जिसकी सहायता से हम अनेकों पदों हेतु योग्य हो जाते हैं।
बीए कोर्स करने के बाद क्या हैं?
यह कोर्स करने के पश्चात अगर आप अधिक पढ़ने की सोच रहे हैं तो आपके सामने कई विकल्प मौजूद होते हैं। अब वह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप किस ओर बढ़ना चाहते हैं या क्या बनना चाहते हैं।
बीए करने के बाद आप एम ए,बीएड,एल.एल.बी जैसे कोर्स कर सकते हैं और साथ ही अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु अपनी तैयारी कर सकते हैं। यह कोर्स को करने के बाद आप SSC से जुड़ी अनेक परीक्षाओं में हिस्सा ले सकते हैं।
बीए कोर्स करने हेतु क्या-क्या अनिवार्यता होनी चाहिए?
बीए कोर्स में हिस्सा लेने हेतु अगर आप सामान्य वर्ग से हैं तो आपको इंटरमीडिएट में 50 प्रतिशत अंको के साथ पास होना अनिवार्य हैं और अगर आप अनुसूचित जाति एवं जनजाति या अन्य पिछड़े वर्ग में आते हैं तो आपको इंटरमीडिएट में 45 प्रतिशत अंको के साथ पास होना आवश्यक हैं।
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