जल Water ही जीवन हैं। जल वह तरल पदार्थ हैं जिसके अभाव में हम मनुष्यों, पशुओं एवं पेड़-पौधों के जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि मानव जीवन की मूलभूत आवश्यकताओं में से जल एक ऐसी आवश्यकता है जिसके बिना जीवन की कल्पना करना भी असंभव है। हम अपने दैनिक जीवन में इसका हर जगह उपयोग करते हैं। पीने के अलावा भी ऐसे अनेक कार्य होते हैं जिनमे हमें जल की आवश्यकता होती है।
हमारी पृथ्वी का लगभग तीन-चौथाई भाग केवल जल से ही घिरा हुआ है इसी कारण पृथ्वी को “Water Planet” भी कहा जाता है। लेकिन फिर भी हम आए दिन पानी की समस्या से संबंधित खबरें सुनते हैं। तो क्या कभी आपने सोचा है कि इतना जल होने के बाद भी यह समस्या क्यों आती है।
तो दोस्तों इसी के साथ आइए जानते हैं कि जल क्या है? पृथ्वी पर यह कितनी मात्रा में उपस्थित है, इसके उपयोग क्या हैं और कैसे इसे Save किया जा सकता है? What is Water in Hindi
जल क्या हैं और पृथ्वी में जल की मात्रा |Water and its Percentage in Hindi
जल एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है, जिसके बिना किसी भी जीवधारी का जीवन यापन करना सम्भव नही है। विज्ञान की भाषा में यदि कहे तो जल एक ऐसा पदार्थ है जो हाइड्रोजन और ऑक्सिजन के परमाणुओं से मिलकर बना होता है। जल का रासायनिक शूत्र H₂O होता है।
हमारी पृथ्वी का लगभग 71% भाग जल से घिरा हुआ है, लेकिन इसमें से 97% जल तो समुद्र और सागर के रूप में उपस्थित है। समुद्र और सागर का जल खारा जल (Salty Water) होता है जिसे हम अपने उपयोग में नही ला सकते हैं। इस प्रकार केवल 3% जल ही फ्रेश वाटर के रूप में उपलब्ध होता है।
इस 3% जल में से लगभग 2.997% जल आइस केप तथा ग्लेशियर के रूप में उपस्थित है और इसे भी हम सीधे उपयोग में नही ले सकते हैं। तो अब हमारे पास उपयोग में लाने योग्य जो पानी बचा वो रहा मात्र 0.003%, जो कि ग्राउंड वाटर, नदियों, झीलों, भाप, झरनों आदि के रूप में हमें उपलब्ध होता है।
इसी कारण हमें जल की कमी से सम्बंधित समस्याएं देखने को मिलती हैं क्योंकि हमारी पृथ्वी पर जल की मात्रा तो बहुत है परंतु वह जल हमारे लिए उपयोगी नही होता है।
जल का उपयोग |Uses of Water
जल जीवन जीने के लिए महत्वपूर्ण तो है ही लेकिन इसके अलावा भी इसे अनेक कार्यों को पूरा करने के लिए उपयोग में लाया जाता है। हमारा भारत देश जो कि एक कृषिप्रधान देश है, यहाँ तो पूरे जल का लगभग 70% केवल और केवल कृषि के उपयोग में ही हो जाता है।
जल के मुख्य उपयोग इस प्रकार से हैं-
1. कृषि में – हमारे देश की अर्थव्यवस्था बहुत हद तक कृषि पर निर्भर करती है। किसानों को फसल उगाने के लिए जल की आवश्यकता होती है लेकिन कभी कभी बारिश पर्याप्त मात्रा में नही हो पाती। ऐसे समय में किसानों को सिंचाई करने के लिए इसी उपलब्ध जल का सहारा लेना पड़ता है।
2. इंडस्ट्री में – इंडस्ट्री में भी उत्पादों के निर्माण में रोजाना बहुत अधिक मात्रा में जल का उपयोग किया जाता है। यहाँ पर उत्पादों को बनाने में, उनको धोने में, ठंडा तथा गर्म करने में, बिजली उत्पन्न करने आदि सभी में जल की आवश्यकता होती है।
3. दैनिक/घरेलू कार्यों में – हमें जल की आवश्यकता पीने के लिए होती है। इसके अलावा खाना बनागने, नहाने, कपड़े धोने, साफ-सफाई में, पौधों को पानी देने आदि सभी के लिए हम जल पर ही निर्भर होते हैं।
इन सभी उपयोगों के अलावा जल, अनेक जानवरों को घर भी प्रदान करता है।
जल की विभिन्न अवस्थाएँ |Different States of Water
प्रकृति में जल तीन अवस्थाओं में उपस्थित होता है। ये तीन अवस्थाएँ निम्नलिखित प्रकार से हैं-
- ठोश अवस्था- बर्फ के रूप में
- द्रविय अवस्था- पानी के रूप में
- गैसीय अवस्था- भाप के रूप में
जल चक्र क्या हैं? |What is Water Cycle in Hindi
जल चक्र (Water Cycle), जल की एक चक्रीय गति है जिसके दौरान जल धरती से वातावरण में जाता है और फिर पुनः वातावरण से धरती पर आ जाता है। इस प्रकार जल एक चक्रीय गति को दर्शाता है।जब सूर्य की किरणें नदी, तालाबों आदि पर पड़ती हैं, तो इनका जल गर्म हो जाता है और यह भाप बनकर वातावरण में पहुँच जाता है।
वहाँ ये जल की बूंदे एक दूसरे से लगातार टकराती हैं और बड़ी बूँद का निर्माण करती हैं, जिस कारण ये भारी हो जाती हैं और फिर से धरती पर बारिश के रूप में नीचे गिरने लगती हैं। यह प्रकिया बार-बार होती रहती है। इसकी वजह से एक साईकल का निर्माण होता है और इसी को “Water Cycle” अर्थात “जल चक्र” कहते हैं।
जल संरक्षण |Conservation of Water
जैसा कि हमने देखा कि जल हमारे जीने के लिए कितना महत्वपूर्ण है और साथ ही हमारे उपयोगी जल की मात्रा कितनी कम है। यही कारण है कि जल इतना अमूल्य है, इसलिए हमें इसको संरक्षित करना चाहिए और सोच समझकर इसका उपयोग करना चाहिए।
जल को बचाने का सबसे अच्छा तरीका तो यही है कि हमें इसे बर्बाद नही करना चाहिए। हम रोजाना अपनी दैनिक गतिविधियों में जाने अनजाने भारी मात्रा में पानी की बर्बादी कर देते हैं इस बर्बादी को हमें रोकना होगा और इसकी शुरुआत हम सभी को अपने घर से ही करनी होगी।
पानी को Save करने के लिए हम अपने स्तर पर निम्नलिखित कार्यों को कर सकते हैं-
● हमें ब्रश करते समय नल को खुला नही छोड़ना चाहिए।
● नहाते वक्त शावर का यूज़ करने के बजाय बाल्टी में पानी को भरकर फिर उसका यूज़ करना चाहिए, इससे ज्यादा पानी बर्बाद नही होगा।
● घर की या गाड़ी आदि की साफ सफाई करने में ज्यादा पानी की बर्बादी न करें, जितनी जरूरत हो उतना ही पानी यूज़ करें।
● पाइप, नल आदि में यदि लीकेज हो तो उसे तुरंत रिपेयर करवा लें।
● पेड़-पौधों को भी पाइप से पानी देने की बजाय हाथ से पानी दे, इससे पानी उनकी जड़ों तक भी जाएगा और पानी बर्बाद भी नही होगा।
● अगर बाहर भी कहीं पाइप में आपको लीकेज नजर आता है तो एक जागरूक नागरिक होने के नाते Municipality को सूचित करें।
● इसके अलावा हम वर्षा के जल को एकत्रित कर अर्थात “Rainwater Harvesting” का सहारा लेकर भी जल को संरक्षित कर सकते हैं।
● इसके अलावा हम बाकी लोगों को भी पानी के महत्व और इसको Save करने के तरीके बता सकते हैं।
निष्कर्ष – Conclusion
जल एक ऐसा तरल पदार्थ है जिसको प्रत्येक प्राणी की भोजन की आवश्यकता के स्तर पर रखकर देखा जाता हैं। जल के अभाव में हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते। किन्तु बढ़ती जनसंख्या एवं प्रदूषण के कारण कई राज्यों, शहरों एवं ग्रामों में जल संकट जैसी समस्या उत्पन्न होते आ रही हैं। जिस कारण हमें जल के संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने एवं उचित कदम उठाने की आवश्यकता हैं।
जल ही जीवन हैं, अर्थात जल को जीवन के स्तर पर रखा जाता हैं। तो दोस्तों आज आपने हमारी इस पोस्ट के माध्यम से जाना कि जल क्या हैं एवं जल से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त की। (What is Water in Hindi) हम आशा करते हैं कि आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो। इस पोस्ट से संबंधित अपने विचारों को प्रकट करने हेतु कमेंट बॉक्स का उपयोग अवश्य करें।