Nepotism क्या हैं? नेपोटिज्म शब्द का हिंदी रूपांतरण हैं- भाई-भतीजावाद। सामान्य शब्दों में हम कहे तो अपने सगे-संबंधियों को लाभ पहुचाने की संकीर्ण विचारधारा का नाम ही नेपोटिज्म या भाई-भतीजावाद हैं। नेपोटिज्म एक संकीर्ण विचारधारा हैं, जिसमे व्यक्ति किसी अपरिचित व्यक्ति के कला-कौशल को दरकिनार करते हुए अपने सगे-संबंधियों को प्राथमिकता देता हैं।
दोस्तों इसे हम संकीर्ण (तुच्छ) विचारधारा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि यह मानवता,सामाजिकता एवं व्यवहारिकता कौशलों की विरोधी हैं। आज हम विस्तार से जनिंगे की नेपोटिज्म क्या हैं? इसके दुष्परिणाम और भारत मे नेपोटिज्म की स्थिति।
Nepotism क्या हैं?
यह एक विचारधारा और मानसिकता की संकीर्णता का नाम हैं, जो वास्तविक सत्य से परे अपनों को लाभ पहुचाने का पक्षधर रखती हैं। नेपोटिज्म आधुनिक समय की सबसे बड़ी समस्या का नाम हैं, अगर हम विश्व मे इसकी स्थिति की बात करें तो यह सामान्यतः प्रत्येक स्थान एवं प्रत्येक क्षेत्र में व्याप्त हैं। सामान्यतः लोग अपने जान-पहचान वाले लोगों को विभिन्न पदों हेतु चयन कर लेते हैं। ऐसे में कुशल योग्यता वाले व्यक्तियों की योग्यताओं एवं कुशलताओं को दरकिनार कर अपने सगे संबंधियों को लाभ पहुचाने का कार्य को ही नेपोटिज्म कि संज्ञा दी जाती हैं।
नेपोटिज्म की बढ़ती गतिविधि समाज मे व्याप्त इसकी संकीर्ण विचारधारा के कारण लोगों में योग्यता होने के बावजूद उन्हें लाभ से वंचित रहना पड़ता हैं। जिस कारण वह निरंतर तनाव जैसी स्थिति में आ जाते हैं या फिर वह उम्मीद खोकर उस कार्य की सफलता हेतु प्रयास करना छोड़ देते हैं।
Nepotism के दुष्परिणाम
नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) के बहुत सारे दुष्परिणाम हैं। समाज मे इस संकीर्ण विचारधारा की मौजूदगी राष्ट्र के विकास हेतु हमेशा खतरा रही हैं। किसी समाज मे इस विचारधारा के होने के निम्न दुष्परिणाम सामने आ सकते हैं-
1. राष्ट्र के विकास की गति धीमी पड़ सकती हैं।
2. इसकी मौजूदगी में भ्रष्टाचार ,हिंसा,संकीर्ण विचारधारा,कटुता,हीन-भावना जैसी अनेकों दुष्परिणाम हो सकते हैं।
3. नेपोटिज्म विचारधारा के कारण योग्य व्यक्तियों को लाभ से वंचित होना पड़ता हैं।
4. इसके कारण मानवता का विनास एवं मानसिक तनाव जैसी स्थिति उत्त्पन्न हो जाती हैं।
5. यह कौशलों के विकास में एवं मानव व्यक्तित्व के सफल विकास में बाधा का कार्य करती हैं।
भारत में Nepotism की स्थिति –
भारत एक विकासशील देश है और नेपोटिज्म जैसी विचारधारा का भारत में विकास होना कही न कहीं खतरे की घंटी हैं। नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) भारत के प्रत्येक क्षेत्र में व्याप्त है, चाहे वह राजनीति,बॉलीवुड, शिक्षा, मनोरंजन, व्यवसाय ही क्यों न हो।
हाल ही में बॉलीवुड के एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या जैसी बड़ी घटना की वजह भी नेपोटिज्म को बताया जा रहा था। उस समय विभिन्न नेताओं एवं अभिनेताओं ने भारत मे नेपोटिज्म की बढ़ती स्थिति को उजागर किया। वही कंगना रणावत जैसी अभिनेत्री एवं अन्य अभिनेताओं ने जिन्होंने नेपोटिज्म के बढ़ते क्षेत्र के संबंध में निरंतर सोशल मीडिया के जरिये अपने-अपने विचार सांझा किए। उन्होंने यहाँ तक कहा कि बॉलीवुड में वह भी नेपोटिज्म के शिकार हो चुके हैं।
अगर राजनीति में नेपोटिज्म की बात करें तो कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में निरंतर भाई-भतीजावाद के इल्जाम लगते रहे हैं। कई पार्टियां अपने सगे संबंधियों को चुनावी टिकट प्रदान कर देती हैं। जिस कारण वह योग्यता न रखते हुए भी सत्ता में आ जाते हैं और इस कारण राष्ट्र के विकास में बाधा पहुचती हैं एवं भ्रष्टाचार में वृद्धि होती हैं।
निष्कर्ष –
Nepotism उस विचारधारा का नाम हैं जो मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्ति को हानि पहुचाने का कार्य करती हैं। यह व्यक्तियों को उनके पसंदीदा कार्य को करने एवं उसमे सफल होने में एक प्रकार की बाधा के रूप में कार्य करती हैं। किसी राष्ट्र में इस संकीर्ण विचारधारा की मौजूदगी जरूर खतरे का संकेत होती हैं। इससे बचाव हेतु यह आवश्यक है कि इसके विरोध में कोई सख्त कानून बनाया जाए और इसके विरोध में एकजुटता लायी जाए।
तो दोस्तों आज अपने जाना कि Nepotism क्या हैं? भारत में नेपोटिज्म की स्थिति एवं इसके दुष्परिणाम। हमें आशा है कि आपको हमारी यह पोस्ट काफी पसंद आई होगी अगर कहीं त्रुटि हुई हो या हमारे विचारों से आप असहमत हो तो हम उसके लिए क्षमाप्रार्थी हैं। अपने अमूल्य विचारों को प्रकट करने हेतु नींचे कमेंट करें और इस पोस्ट को अपने अन्य मित्रों के साथ भी अवश्य सांझा करें।
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