नवाचार Innovation नवीन विचारों की उत्पत्ति को व्यक्त एवं संबोधन करने का एक साधन हैं। नवाचार शब्द की उत्पत्ति दो शब्दो से मिलकर हुई हैं- नव+आचार। नव अर्थात नवीन या नया और आचार मतलब परिवर्तन।
यह नवीन परिवर्तनों को दर्शाने हेतु निरंतर क्रियाशील रहता हैं। समाज से हो रहे नवीन परिवर्तन या समाज की विचारधाराओं में हो रहे परिवर्तनों को सामान्यतः नवाचार की संज्ञा दी जाती हैं। आज हम जनिंगे की नवाचार क्या हैं? What is Innovation.
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नवाचार क्या हैं? (What is Innovation)
1971 में हुए यूनेस्को सम्मेलन के दौरान नवाचार को परिभाषित किया गया और यह बताया कि प्रत्येक नवाचार को स्वीकृति तभी मिलती हैं जब वह इन 6 चरणों से होकर गुजरता हैं –
● खोज
● परीक्षण
● विकास
● विस्तार
● स्वीकृति
अर्थात इसका जन्म किसी खोज द्वारा होता हैं फिर इस खोज पर एक परीक्षण किया जाता हैं। परीक्षण करने के पश्चात इसका मूल्यांकन कर उचित दिशा में विकास किया जाता हैं। तत्पश्चात इसका विस्तार कर यह देखा जाता हैं कि समाज मे समजवासियो द्वारा इस नवाचार को किस मात्रा तक स्वीकृति मिल रही हैं। अर्थात इस नवाचार को कितने लोग अपना रहे हैं। जिसके पश्चात ही किसी तथ्य या परीक्षण को नवाचार की संज्ञा दी जा सकती हैं।
नवाचार की परिभाषा (Definition of Innovation)
● माइल्स के अनुसार – “यह समझ-बुझ कर किया जाने वाला नवीन और विशिष्ट परिवर्तन हैं, जिसे किसी प्रणाली के उद्देश्यों को प्राप्त करने हेतु अधिक प्रभावकारी समझा जाता हैं।”
● भोला के अनुसार – “नवाचार एक प्रत्यय है एक अभिवृद्धि हैं जिन्हें व्यक्ति या संस्कृति ने व्यवहारिक रूप में न अपनाया हो।”
● वारनेट के अनुसार -“यह एक विचार ,वस्तु एवं व्यवहार है जो नवीन है और जो वर्तमान में गुणात्मक रूप से भिन्न हैं।”
नवाचार की विशेषता (Characteristics of Innovation)
1) नवाचार को सामान्यतः नए विचारों के निर्माण की संज्ञा दी जाती हैं।
2) नवाचार की उत्पत्ति का कारण आवश्यकताए होती है और परिस्थिति भी इसकी उत्पत्ति हेतु सहायक होती हैं।
3) यह लक्ष्य की प्राप्ति को आसान बनाने का खोजपूर्ण स्वरूप हैं जो नवीन परिवर्तन को जन्म देता हैं।
4) इसमें प्रायः विशिष्टता एवं विशेष गुणवत्ता वाले तत्व विद्यमान होते हैं। जो परंपरागत परिस्थितियों से अलग होते हैं।
5) इसका जन्म क्रिया के दौरान या दार्शनिक विचारों की गहनता से होता हैं।
6) यह विद्यमान परिस्थितियों में सुधार लाने का नूतन प्रयास होता हैं।
नवाचार की उपयोगिता या महत्व (Importance of Innovation)
यह नवीन आवश्यकताओं की पूर्ति करने का एक साधन हैं। आधुनिक सामाजिक एवं शैक्षिक क्षेत्रों में हो रहे परिवर्तनों को देखते हुए यह आवश्यक हो गया है कि नवाचारों का पालन किया जाए और नवीन विचारों को शैक्षिक नवाचारों में परिवर्तिति किया जाए।
आधुनिकिकरण से उत्पन्न समस्याओं को ध्यान में रखकर ही शैक्षिक नवाचारों को अपनाया जाना अत्यंत आवश्यक हैं।
शैक्षिक नवाचार
शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार का प्रयोग करना एवं इसके सिद्धांतो का शिक्षा में समावेश करना ही शैक्षिक नवाचार कहलाता हैं। बदलती सामाजिक आवश्यकताओं को देखते हुए यह आवश्यक है कि शिक्षा के लक्ष्यों में नवीनता लाई जाए।
जिससे किसी भी आवश्यकता की पूर्ति वर्तमान परिप्रेक्ष्य को ध्यान में रखते हुए की जा सकें। किसी राष्ट्र का विकास तभी होगा जब वह परंपरागत नीति-नियमों की जगह नवाचार की प्रणाली को महत्व दे।
आधुनिक युग वैज्ञानिक और तकनीकी युग हैं अर्थात इनके विकास से ही किसी भी राष्ट्र का विकास संभव है और यह तभी सम्भव है जब नवाचार पद्यति को सामाजिक,राजनीतिक एवं सांस्कृतिक सभी क्षेत्रों में स्वीकृति मिले।
निष्कर्ष Conclusion –
नवाचार नवीन (नया) विचारों एवं क्रियाओं को जन्म देने वाला एक साधन हैं। इसको अपनाने हेतु व्यक्तिगत व्यवहार में लचीलापन होना आवश्यक हैं।
तो दोस्तों आज आपने जाना कि नवाचार क्या हैं? (Innovation in Hindi) अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई हो तो इसे अपने मित्रों के साथ भी अवश्य शेयर करें।
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