भारतीय राजनीति (Indian Politics) एक अस्थिर राजनीतिक प्रक्रिया हैं क्योंकि यहाँ किसी भी सरकार का शासन निरंतर नही चलता बल्कि भारत की राजनीति में निरंतर परिवर्तन होते रहते हैं। भारत एक लोकतंत्रीय देश हैं। यहाँ देश के नेता को चुनने का अधिकार जनता के पास होता हैं। भारतीय राजनीति में निरंतर सत्ता पक्ष परिवर्तन होते रहते हैं। भारतीय राजनीति में वही शासन करता है जिसे जनता चाहें।
चूंकि भारत मे लोकतंत्रीय प्रक्रिया हैं इसीलिए यहाँ के दलों को शासन करने हेतु लोकतंत्रीय प्रक्रिया से गुजरना पड़ता हैं दोस्तों आज हम यही जनिंगे की भारतीय राजनीति Indian Politics क्या हैं या कैसी हैं?
भारत की राजनीति कैसी हैं How is Indian Politics –
भारत की राजनीति के पहलुओं को समझने से पहले यह जानना आवश्यक हैं कि यहाँ ऐसे कौन-कौन से राजनीतिक हैं, जिनको जनता ने अपना जनमत प्रदान किया हैं। अगर हम भारत की बात करें तो अभी तक दो दल ही ऐसे हैं, जिनका भारत की राजनीति में बोल-बाला हैं अर्थात जिन पर जनता ने अपना विश्वास दिखाया हैं। पहली हैं कांग्रेस और दूसरी है भारतीय जनता पार्टी अभी तक लम्बे समय तक शासन करने वाले दलों में कांग्रेस का नाम प्रमुखता से लिया जाता हैं।
भारतीय राजनीति की वर्तमान स्थिति की अगर हम बात करें तो यह कहना गलत नहीं होगा कि वर्तमान भारतीय राजनीति में भारतीय जनता पार्टी का वर्चस्व अधिक हो रहा हैं भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा से जनमत सहमत नजर आता हैं। भारतीय राजनीति की एक महत्वपूर्ण बात यह हैं कि यहाँ अत्यधिक सीट लाने वाला दल कभी-कभी सत्ता प्राप्त नहीं करता क्योंकि कई दल आपस मे मिल-जुलकर गठबंधन की सरकार बना लेते हैं। भारतीय राजनीति में कांग्रेस , भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, भारतीय समाजवादी पार्टी और आप की सत्ता ने राजनीतिक प्रबलता हासिल की हैं।
भारतीय राजनीति का वास्तविक सत्य The real truth of Indian Politics –
भारतीय राजनीति का वास्तविक सत्य यह हैं कि यहाँ के दलों का लक्ष्य सिर्फ और सिर्फ सत्ता प्राप्त करना होता हैं। जनहित राजनीतिक दलों के लिए उतना महत्व नही होता। जितना सत्ता पर शासन करना होता हैं। यहाँ के शासकों के लिए चुनाव आयोग ने कोई साक्षर योग्यता जैसे नियम नही बनाये हैं। जिस कारण अशिक्षित नेता को जिम्मेदारी वाले पद सोप दिए जाते हैं और ऐसे नेता जिन्हें कुछ जानकारी नही होती उन्हें शिक्षा मंत्री, कृषि मंत्री आदि पदों पर नियुक्त कर दिया जाता हैं जिस कारण समाज में भ्रष्टाचार, अहिंसा और अज्ञानता जैसे भाव व्याप्त हो जाते हैं।
यह सभी हमें क्षेत्रीय और राज्य स्तर की राजनीति पर अक्सर देखने को मिलता हैं क्योंकि अगर हम इतिहास उठाकर देखें तो भारतीय राजनीति केंद्रीय स्तर पर सुलझी हुई नजर आती हैं। भारत देश मे बनने वाले अभी तक के सभी प्रधानमंत्री का व्यक्तित्व उच्च कोटि का रहा हैं, चाहें हम जवाहरलाल नेहरू से लेकर नरेंद्र मोदी तक कि ही क्यों न बात करें। वर्तमान की राजनीति में जनता की रुचि या विचारधारा राष्टयहित की ओर अत्यधिक बड़ रही हैं। राजनीतिक दलों को चाहिए कि वह स्वहित से निकलकर जनहित और राष्टयहित के बारे में सोचें।
निष्कर्ष –
दोस्तों, भारत देश ने विश्व का सदैव मार्गदर्शन किया हैं। भारतीय राजनीति को उच्च कोटि की राजनीति के रूप में देखा जाता हैं। कौटिल्य और महात्मा गांधी जैसे राजनीतिज्ञ और इनका व्यक्तित्व जिन्होंने भारतीय राजनीति को एक नया आयाम दिया। भारत की राजनीति (Indian Politics) सदैव जनहित केंद्रित रही हैं जो शासक वास्तव में जनहित के संबंध में सोचता हैं उसे ही जनमत प्राप्त होता हैं और वही शासन करता हैं दोस्तों आज आपने भारत की राजनीति (Indian Politics in Hindi) के बारे में जाना आपको हमारे इन विचारों से प्रेरणा मिली हो और अपने कुछ नया जाना हो तो इस पोस्ट को शेयर करें और अपने विचारों को हम तक पहुचाने के लिए हमें कमेंट करें।
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